केरल सरकार के द्वारा अपने 2022-23 के बजट के समय उद्यम अभियान (Enterprises Campaign) आरंभ किया गया था। इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2022-23 को उद्यम वर्ष भी घोषित किया गया है। यह राज्य के अंदर MSME क्षेत्र के विकास को महत्त्व प्रदान करने हेतु किया गया था। यह अभियान राज्य के विभिन्न भागों के अंदर “My Enterprises, Nations Pride” टैगलाइन के द्वारा आयोजित किया गया था। इस अभियान की वजह से राज्य के अंदर एमएसएमई कंपनियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई। आज एर्नाकुलम 10,000 से ज्यादा नए एमएसएमई पंजीकृत करने वाला राज्य का प्रथम जिला बन गया है। दूसरे जिले जैसे त्रिशूर तथा मलप्पुरम भी इस संख्या के समीप पहुंच रहे हैं।

एर्नाकुलम ने इसे कैसे हासिल किया?
केरल राज्य के अंदर कनेक्टिविटी तथा संचार नेटवर्क उच्च हैं। इसके साथ ही, उच्च साक्षरता दर की वजह योग्य तथा कुशल लोगों की उपलब्धता भी सही है। औद्योगिक आधारभूत सुविधाएं भी सरलता से मिल जाती हैं। एर्नाकुलम जिले के द्वारा अपनी एमएसएमई संख्या में वृद्धि करने के लिए इन समस्त सुविधाओं का यूज किया।
किन कारकों ने एर्नाकुलम के एमएसएमई को इसे प्राप्त करने में मदद की?
- ऋण तक पहुंच के अंदर बढ़ोतरी
- अधोसंरचना आधारित विकास के अंदर महत्त्व
- प्रौद्योगिकी के अंदर विकास
- औद्योगीकरण
- दूरदराज के क्षेत्रों के अंदर कारीगरों को पुनर्जीवित करने हेतु योग्य कदम उठाए गए
एमएसएमई क्षेत्र अपने आश्रितों को अपने दम पर विकसित होने के मौके देता है। एमएसएमई क्षेत्र के अंदर तेजी से रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो रही हैं तथा देश की जीडीपी के अंदर विविधता भी आ रही है।