राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंदर खेल-आधारित शिक्षण शिक्षण सामग्री की परिकल्पना हुई। नीति के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान के द्वारा वर्तमान में “जादुई पिटारा” को आरंभ किया गया। यह 3 से लेकर 8 वर्ष तक की आयु के बच्चों हेतु खेल-आधारित शिक्षण सामग्री है। यह 13 विभिन्न भारतीय भाषाओं के अंदर मौजूद है। इसको राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के द्वारा विकसित किया गया था। सामग्री का यूज करना आसान है तथा इसे चेक करके कागज पर प्रिंट भी किया जा सकता है।

जादुई पिटारा क्या है?
यह प्लेबुक्स, पजल्स, फ्लैशकार्ड्स, पोस्टर्स, वर्कशीट्स तथा स्टोरीबुक्स का एक तरह का सेट है। यह सामग्री बच्चों की जिज्ञासा में वृद्धि करती है। सामग्री पाँच मुख्य विकासात्मक गतिविधियों पर आधारित है, जैसे साक्षरता विकास, सकारात्मक सीखने की आदतें, सांस्कृतिक विकास, संज्ञानात्मक विकास, सामाजिक-भावनात्मक विकास तथा साथ ही नैतिक विकास।
महत्व
भारत सरकार अमृत पीढ़ी तैयार करने की ओर अग्रसर है। शिक्षण सामग्री भारत को इसे प्राप्त करने में सहयोग करेगी। अमृत पीढ़ी भारत की एक आने वाली भावी पीढ़ी है। वे देशभक्त, जिम्मेदार तथा कर्तव्यपरायण हैं। वे सरकारी गतिविधियों के अंदर हिस्सा लेते हैं तथा देश के कल्याण के अंदर बड़े पैमाने पर योगदान देते हैं।