Colonel Geeta Rana कौन हैं ?

भारतीय सेना के द्वारा चीन सीमा के समीप पूर्वी लद्दाख के अंदर एक संवेदनशील स्थान पर एक independent field workshop का नेतृत्व करने हेतु एक महिला अधिकारी, कर्नल गीता राणा को नियुक्त किया है जो कि एक इतिहास रचना जैसा है। यह लैंगिक समानता को लाने तथा चुनिंदा शाखाओं के अंदर महिला अधिकारियों को कमान सौंपने के भारतीय सेना के प्रयासों के अंदर एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

Colonel Geeta Rana
Colonel Geeta Rana

मुख्य बिंदु

कर्नल गीता राणा की नियुक्ति इस प्रकार की पहली नियुक्ति है, क्योंकि इससे पहले कभी भी किसी महिला अधिकारी को मेडिकल स्ट्रीम से बाहर कमांड की भूमिका नहीं दी गई थी। यह घटना भारतीय सेना के द्वारा फरवरी-अंत के अंदर महिला अधिकारियों को कमांड भूमिकाओं में सौंपने के फैसले के पश्चात आया है, जब सेना के द्वारा 2020 के अंदर उन्हें स्थायी कमीशन देना आरंभ किया था।

मेडिकल स्ट्रीम से बाहर महिला अधिकारियों को कमांड भूमिकाओं के अंदर नियुक्त करने का फैसला भारतीय सेना के अंदर लैंगिक समानता की दिशा में एक स्वागत योग्य कदम है। यह ज्यादा महिलाओं हेतु सशस्त्र बलों के अंदर नेतृत्व का हिस्सा निभाने का मार्ग प्रशस्त करेगा, जिससे इस पुरुष-प्रधान क्षेत्र के अंदर पारंपरिक लिंग बाधाओं को भी समाप्त कर दिया जाएगा।

कर्नल गीता राणा की पृष्ठभूमि तथा उपलब्धियां

कर्नल गीता राणा का संबंध उत्तराखंड के पौड़ी से हैं, जो कि भारत के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का गृहनगर भी है। वह कोर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स की सदस्य हैं तथा पहले मास्को, रूस के अंदर एक सैन्य अताशे के सहित भिन्न भिन्न क्षमताओं के अंदर सेवा भी प्रदान कर चुकी हैं।

पूर्वी लद्दाख के अंदर एक स्वतंत्र फील्ड वर्कशॉप के कमांडर के रूप में उनकी नियुक्ति उनके अनुभव, कौशल तथा नेतृत्व गुणों का प्रमाण है। भारतीय सेना के अंदर महिलाओं हेतु यह एक गर्व का क्षण है, क्योंकि कर्नल गीता राणा के द्वारा कांच की छत को तोड़ दिया गया है तथा भविष्य के अंदर ज्यादा महिलाओं को कमान की भूमिका निभाने हेतु दरवाजे ओपन कर दिए हैं।

भारतीय सेना के अंदर महिला अधिकारिता हेतु निहितार्थ

पूर्वी लद्दाख के अंदर एक स्वतंत्र फील्ड वर्कशॉप के कमांडर के रूप में कर्नल गीता राणा की नियुक्ति भारतीय सेना के अंदर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम है। यह एक गहरा संदेश प्रदान करता है कि महिलाएं सशस्त्र बलों के अंदर नेतृत्व की भूमिका अदा करने तथा देश की रक्षा व सुरक्षा में योगदान प्रदान करने में भी सक्षम हैं।

यह नियुक्ति उन युवा महिलाओं हेतु प्रेरणा का स्रोत रहेगी जो भारतीय सेना के अंदर शामिल होने तथा परिवर्तन लाने की इच्छा रखती हैं। यह और ज्यादा महिलाओं को सशस्त्र बलों के अंदर करियर देखने तथा उनके सामने आने वाली चुनौतियों व बाधाओं के विपरीत अपने सपनों को पूर्ण करने हेतु प्रोत्साहित भी करेगा।

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