24 जनवरी : राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day)
भारत के अंदर हर 24 जनवरी को साल राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) मनाया जाता है, इसका मकसद समस्त लेवलों पर बाल लिंगानुपात संबंध में जागरूकता का विस्तार करना और बालिकाओं के सशक्तिकरण को महत्त्व प्रदान करना है।

उद्देश्य
- देशभर के अंदर बाल लिंगानुपात संबंध के अंदर जागरूकता का विस्तार करना और इसके अंदर सुधार करने हेतु कार्य करना।
- योजनाओं और पहलों के द्वारा बालिकाओं को सशक्तिकरण के नए मौके प्रदान करना।
- बालिकाओं के विकास हेतु उपयोगी सकारात्मक माहौल तैयार करना।
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस (International Day of the Girl Child)
दुनिया भर के अंदर 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका मकसद बालिकाओं के अधिकारों के संबंध में जागरूकता का विस्तार करना है और उन्हें शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य सुविधा, कानूनी अधिकार और भेदभाव से संरक्षण प्रदान करवाना है।
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की घोषणा संयुक्त राष्ट्र की ओर से की गई थी। इस हेतु “महिलाओं की स्थिति” हेतु कनाडा की मंत्री रोना अम्ब्रोस के द्वारा इस हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा इस हेतु 19 दिसम्बर, 2011 को प्रस्ताव पारित किया गया था। सबसे पहले 11 अक्टूबर, 2012 को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया था।